Friday, March 14

महाकुंभ: अपनों से बिछड़ने का डर, रस्सियां, गांठ और घुंघरू बांधकर चल रहे लोग

प्रयागराज में महाकुंभ में लाखों की भीड़ देखने को मिल रही है। आज महांकुभ का आखिरी दिन है। लाखों लोगों की भीड़ से बचने के लिए कुछ लोग अपने परिवार से बिछड़ने का डर है। इस बीच लोग खोने से बचने के लिए एक-दूसरे के कपड़ों से गांठ बांधकर चल रहे हैं। इस बीच सरकार ने श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की।

अधिकारियों ने बताया, सुबह 8 बजे तक 60 लाख से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। इस तरह से 13 जनवरी से आरंभ हुए महाकुंभ में अब तक 65.37 करोड़ लोगों के डुबकी लगा चुके हैं।

पवित्र स्नान करने आए सोमदत्त शर्मा ने कहा, ‘‘हमने यह सुरक्षा घेरा इसलिए बनाया है ताकि हम एक-दूसरे से बिछड़ न जाएं। हमें एक दूसरे से बिढ़ने का खतरा ज्यादा है। पहली बार किसी कुंभ में आए हैं। इसलिए ऐसा तरीका हमने अपनाया है।

उन्होंने कहा, ‘‘गांवों के लोग गांठ बांधकर आगे बढ़ते हैं। पुरुष तीर्थयात्री अपनी धोती को अपनी महिला की साड़ी के पल्लू को बांधते हैं या दो महिलाएं एक-दूसरे के कपड़े का उपयोग करके गांठ बांध लेती हैं।’’